गौ माता के 108 नाम – Gau Mata Ke 108 Naam
सनातन संस्कृति में गाय को देव तुल्य माना गया है। देवी रूप होने के कारण गाय की दशकों से पूजा की जाती रही है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में गाय का गोबर इस्तेमाल में लिया जाता है। हिंदू धर्म ग्रंथों में उल्लेख मिलता है कि, समुद्र मंथन के दौरान कामधेनू नामक एक गाय प्रकृट हुई थी। जिसमें 33 करोड़ देवी-देवाताओं का वास था। इस गाय को देव इंद्र ने अपने पास स्वर्ग में रख लिया। आधुनिक युग में भी कामधेनू किस्म की गाय को पाला जाता है, जो 20 से 25 लीटर दूध का प्रतिदिन उत्पादन करती है। गो माता का नाम प्रतिदिन लिए जाने से विवाह में आ रही बाधा समाप्त होती है। इसलिए पोस्ट के जरिए आज हम आपको गो माता के 108 नाम से परिचय करवाने जा रहे है। जिसका प्रतिदिन जाप करने से आपके जीवन के सभी संकट दूर हो जाएगे।
1. कपिला
2. गौतमी
3. सुरभी
4. गौमती
5. नंदनी
6. श्यामा
7. वैष्णवी
8. मंगला
9. सर्वदेव वासिनी
10. महादेवी
11. सिंधु अवतरणी
12. सरस्वती
13. त्रिवेणी
14. लक्ष्मी
15. गौरी
16. वैदेही
17. अन्नपूर्णा
18. कौशल्या
19. देवकी
20. गोपालिनी
21. कामधेनु
22. आदिति
23. माहेश्वरी
24. गोदावरी
25. जगदम्बा
26. वैजयंती
27. रेवती
28. सती
29. भारती
30. त्रिविद्या
31. गंगा
32. यमुना
33. कृष्णा
34. राधा
35 . मोक्षदा
36. उतरा
37. अवधा
38. ब्रजेश्वरी
39. गोपेश्वरी
40.कल्याणी
41.करुणा
42. विजया
43. ज्ञानेश्वरी
44. कालिंदी
45. प्रकृति
46. अरुंधति
47. वृंदा
48. गिरिजा
49.मनहोरणी
50. संध्या
51. ललिता
52. रश्मि
53 . ज्वाला
54. तुलसी
55. मल्लिका
56 . कमला
57. योगेश्वरी
58. नारायणी
59. शिवा
60. गीता
61. नवनीता
62.अमृता अमरो
63. स्वाहा
64. धंनजया
65. ओमकारेश्वरी
66. सिद्धिश्वरी
67. निधि
68. ऋद्धिश्वरी
69. रोहिणी
70. दुर्गा
71. दूर्वा
72. शुभमा
73. रमा
74. मोहनेश्वरी
75. पवित्रा
76. शताक्षी
77. परिक्रमा
78. पितरेश्वरी
79. हरसिद्धि
80. मणि
81. अंजना
82. धरणी
83. विंध्या
84. नवधा
85. वारुणी
86. सुवर्णा
87. रजता
88. यशस्वनि
89. देवेश्वरी
90. ऋषभा
91. पावनी
92. सुप्रभा
93. वागेश्वरी
94. मनसा
95. शाण्डिली
96. वेणी
97. गरुडा
98. त्रिकुटा
99. औषधा
100. कालांगि
101. शीतला
102. गायत्री
103. कश्यपा
104. कृतिका
105. पूर्णा
106. तृप्ता
107. भक्ति
108. त्वरिता
गौ माता के 108 नाम के लाभ
- गौ माता के 108 नाम जपने से 33 करोड़ देवी देवताओं का आशीर्वाद और स्नेह प्राप्त होता है।
- गौ माता के चरण स्मर्श मात्र से चारो धाम का फल प्राप्त होता हैं।
- गाय में 33 करोड़ देवी देवता का वास होता है।
- गौ माता की पूजा करने से व्यक्ति के कुंडली में किसी भी प्रकार का दोष हो तो वह समाप्त हो जाता है।
- गौ माता के 108 नाम जपने से मनुष्य जीवन में लाभ ही लाभ होता है।