Motivational Shayari

By - Kamlesh Verma

खुल जाएँगे सभी रास्ते रूकावट से लड़ तो सही  होगा साहिल पर तू जिद्द पर अड़ तो सही।

यूँ ज़मीन पर बैठकर क्यों आसमान देखता है पंखो को खोल ज़माना सिर्फ उड़ान देखता है

जिसने भी किया है कुछ बड़ा वो कभी किसी से नहीं डरा।

लाखों ठोकरों के बाद भी संभलता रहूँगा, गिरकर फिर से उठूगा और चलता रहूँगा.

सोचने से कहां मिलते हैं तमन्नाओं के शहर चलना भी जरूरी है मंजिल पाने के लिए…

मुश्किलों से कह दो उलझा ना करें हमसे हमें हर हाल में जीने का हुनर आता है।

होके मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये, जिन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये।

बेवजह दिल पे बोझ न भारी रखिये, जिंदगी एक खूबसूरत जंग है जारी रखिए।

चलिए जिंदगी का जश्न, कुछ इस तरह मनाते है, कुछ अच्छा याद रखते है, कुछ बुरा भूल जाते है।

जिन्हें अपनी कमी नज़र आती है, उन्हें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।