Best Two Line Shayari

By - Kamlesh Verma

मुहब्बत बुरी है बुरी है मुहब्बत, कहे जा रहे हैं, किये जा रहे हैं…

वो इस अंदाज़ में मुझसे मोहब्बत चाहती है, मेरे ख्वाब में भी अपनी हुकूमत चाहती है.!!

मुद्दतों बैठे रहे हम तेरे एहसास के साथ दूर के दूर रहे और पास के पास…

सुलगते लम्स की खुशबू हवा में छोड़ गया, वो जो हमसफर था, सफर में छोड़ गया…

राह तकते जब थक गई आंखे फिर तुझे ढूंढने मेरी आंख के आसूं निकले..

वक्त भी…कैसी पहेली दे गया… उलझने सौ… जां अकेली दे गया…

छूटे हुए हाथों का छूटना अब और नही अखरता पड़ चुका है अब फ़र्क इतना कि अब फ़र्क नही पड़ता 

दिल की तकलीफ़ कम नही करते, अब कोई शिकवा हम नही करते…

ज़मीन पर मेरा नाम वो लिखते और मिटाते हैं, वक्त उनका तो गुज़र जाता है, मिट्टी में हम मिल जाते हैं…

दिल ना उम्मीद तो नही….नाकाम ही तो है, लंबी है गम की शाम मगर शाम ही तो है…