Sachi Bate - सच्ची बातें !

By - Kamlesh Verma

दिया और बाती अपनी-अपनी जगह सही होते हैं, आग तो कोई और लगाता हैं !

लोगों को वक़्त देना सीखो, रिश्ता खुद मजबूत हो जाएगा…

जो तुमसे तंग आ जाए उसे छोड़ दो क्योंकि बोझ बन जाने से याद बन जाना बेहतर है।

चेहरा तो मुझसे अच्छा ढूँढ लोगे तुम, लेकिन बात दिल की आएगी तब हार जाओगे..!!

अक्सर अकेलेपन से वही गुजरता है जो ज़िन्दगी में सही फैसलों को चुनता है।

खुश रहना है तो चुप रहना सिखो क्योंकि खुशियों को शोर पसंद नहीं।

बात ये है के लोग बदल गए हैं… ज़ुल्म ये है के वो मानते भी नहीं..!! ..

कुछ रिश्ते भगवान खराब करते हैं ताकि हमारी जिंदगी खराब ना हो…

सच को अनसुना करते हैं लोग जबकि झूठी बातें को बहुत उछालते हैं लोग.

बहुत कम ही लोगों के हम खास है, क्या पता दिल के खराब है या दिल के साफ है!